Emotional shayri
नसीब बन कर कोई ज़िन्दगी में आता है फिर ख्वाब बन कर आँखों में समा जाता है यकीन दिलाता है कि वो हमारा ही है फिर ना जाने क्यों वक़्त के साथ बदल जाता 🤔🤔🤔 🤔
उन परिंदो को क़ैद करना हमारी फितरत में नहीं . || जो हमारे दिल के पिंजरे में रहकर .. दूसरों के साथ उड़ने का शौक़ रखते हैं✓ #Nazrana